खेलों में हमारे प्रदेश के खिलाड़ी कर रहे हैं उम्दा प्रदर्शन: महाराज
खेलों में नाम कमा रहे हैं राज्य के खिलाड़ी : महाराज
जानिए जीवन में क्यों है खेलकूद जरूरी ? क्या हैं खेलकूद के फायदे : महाराज
कैबिनेट मंत्री : राष्ट्रीय खेलों में विजयी तथा प्रतिभाग करने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन करने के लिए धनराशि मुहैया करायी जा रही है।
जीवन में खेलकूद का अत्यंत महत्व है। खेलकूद से विद्यार्थियों में नेतृत्व, समान लक्ष्य के लिए मिलकर काम करना, खेल की भावना, साहस, सहनशीलता जैसे आवश्यक सद्गुणों का विकास होता है। साथ ही इससे तनाव भी कम होता है।
ग्राम पसौली, लांघा स्थित मिनी स्टेडियम में “आदर्श क्लब ग्राम पसौली खेल एवं सांस्कृतिक उत्थान समिति” द्वारा 5 नवंबर से प्रारंभ हुए तीन दिवसीय 25वें खेलकूद एवं सांस्कृतिक आयोजन के समापन अवसर पर मंगलवार को प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, पंचायतीराज ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कही।
ग्राम पसोली में मिनी स्टेडियम में आयोजित खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के समापन अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा हमारी सरकार राज्य में खेलों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ाने, जनमानस का खेलों के प्रति रूझान बढ़ाने, खिलाड़ियों की प्रतिभागगिता में वृद्धि करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए खेलकूद विभाग द्वारा के कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय खेलों में विजयी तथा प्रतिभाग करने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन करने के लिए धनराशि भी मुहैया करायी जा रही है।
उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि अभी गोवा में जो राष्ट्रीय गेम्स चल रहे हैं, उसमें हमारे प्रदेश के खिलाड़ी बहुत उम्दा प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारे राज्य के होनहार खिलाड़ी विभिन्न खेलों में काफी पदक ला रहा हैं यह हमारे लिए गर्व की बात है।
श्री महाराज ने कबड्डी एवं वालीबाल आदि खेल प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे सभी प्रतियोगियों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें दीपावली और राज्य स्थापना दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं भी दी।
इस मौके पर पछवादून (ग्रामीण) भाजपा जिला अध्यक्ष मीता सिंह, मण्डल अध्यक्ष खजान नेगी,जिला उपाध्यक्ष अमर सिंह चौहान, प्रधान ग्राम लांघा श्रीमती प्रमिला राणा, आदर्श क्लब के अध्यक्ष चैतराम चौहान सूरत सिंह, कमल बिजल्वाण और गंगा सिंह आदि उपस्थित थे।