हर बार की तरह इस बार भी लाखों-करोड़ों शिवभक्त उत्तराखंड पहुंचने की तैयारी में हैं। इसके लिए राज्य सरकार भी तैयार है। इस बार बिना परमिट और जुगाड़ से बनाए गए अवैध वाहन राज्य में एंट्री नहीं कर पाएंगे। इसके लिए उत्तराखंड परिवहन विभाग ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़ व हिमाचल प्रदेश को पत्र लिखा है। पत्र में इन सभी राज्यों के परिवहन आयुक्तों से अपनी राज्य की सीमा में ही बिना परमिट व नियम विरुद्ध बनाए गए वाहनों पर रोक लगाने के लिए कहा गया है।
4 जुलाई से भगवान शंकर के प्रिय महीना सावन की शुरुआत हो रही है। खरमास होने की वजह से इस बार सावन अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार लगभग 2 महीने का होगा। सावन के दौरान देशभर में अलग ही तरह का माहौल रहता है। भगवान शिव के भक्त कांवड़ यात्रा निकलते हैं। इस दौरान उत्तराखंड के हरिद्वार और ऋषिकेश में खासा भक्त जुटते हैं। सावन महीने के दौरान राज्य में कारोड़ों की संख्या में शिवभक्त उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंचते हैं और यहां से जल ले जाकर शिवालयों में अर्पित करते हैं।
30 जून को सम्बंधित राज्यों के आयुक्तों की होगी ऑनलाइन बैठक
इसके साथ ही सभी राज्यों के आयुक्तों के साथ 30 जून को ऑनलाइन बैठक भी आयोजित की गई है। इस बैठक में तैयारियों और यात्रा के रुपरेखा पर चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि इस बार उत्तराखंड में 5 करोड़ से भी ज्यादा कांवड़िए पहुंचेंगे। जिनमें से कुछ शरारती तत्व हथियार, हाकी, लाठी व डंडे लेकर भी चलते हैं। ऐसे यात्रियों को उनके राज्य की ही सीमा में रोकने के लिए उत्तराखंड सरकार ने राज्य सरकारों से निवेदन किया है। जिससे यात्रा के दौरान किसी भी तरह का माहौल ना बिगड़े और यात्रा सुगम और सुरक्षित रूप से संपन्न हो सके।