देश को महंगाई की मार से राहत मिलती दिख रही है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के पहले महीने यानी अप्रैल 2023 में खुदरा महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में खुदरा महंगाई दर घटकर 4.70 फीसदी रही। यह बीते 18 महीनों में सबसे निम्नतम स्तर है। आपको बता दें कि लगातार तीसरे महीने में महंगाई दर में कमी देखी गई है। इससे पहले मार्च 2023 में खुदरा महंगाई दर 5.66 फीसदी थी। लगातार दूसरे महीने में खुदरा महंगाई के आंकड़े रिजर्व बैंक के दायरे (2% से 6% के बीच) में हैं। इस स्तर पर खुदरा महंगाई दर पिछली बार अक्तूबर 2021 में रही थी। उस समय सीपीआई आधारित खुदरा महंगाई दर 4.48 प्रतिशत रही थी।
खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई में भी राहत
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अप्रैल महीने में 3.84 प्रतिशत रही, जो मार्च में 4.79 प्रतिशत थी। पिछले साल अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई दर 8.31 प्रतिशत दर्ज की गई थी। दिसंबर 2022 में खुदरा महंगाई दर 5.7 प्रतिशत से बढ़कर फरवरी में 6.4 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। उस दौरान देश में अनाज, दूध और फलों की कीमतों में उछाल आया था।
मार्च में देश का औद्योगिक उत्पादन 1.1 प्रतिशत बढ़ा
मार्च महीने के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी आ गए हैं। मार्च 2023 में देश का औद्योगिक उत्पादन 1.1 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले साल इसी महीने में यह 2.2 प्रतिशत था। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) मार्च 2023 में 1.1 प्रतिशत बढ़ा। इस दौरान विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 0.5 प्रतिशत ही बढ़ा। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी महीने मार्च में देश के खनन क्षेत्र का उत्पादन 6.8 प्रतिशत बढ़ा जबकि बिजली के उत्पादन में 1.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। पूरे वित्त वर्ष 2022-23 की बात करें तो औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 5.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान इसमें 11.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।