महेंद्र सिंह की 12 वर्षीय पुत्री माहिरा मोहिनी देवी के साथ अन्य महिलाओं के साथ कुंजगढ़ नदी के तट पर गई थी। माहिरा व हम उम्र चचेरी बहन भाविका भी चली गई। दोनों बालिकाएं नदी किनारे खेलने लगी। और अचानक ही दोनों पानी के बीच में पहुंच गई जहां से दोनों डूबने लगीं। उनकी चीख सुन कपड़े धो रहीं महिलाएं आनन-फानन में नदी में कूदी। बमुश्किल माहिरा व भाविका को नदी से बाहर निकाला। ग्रामीण उन्हें लेकर नागरिक चिकित्सालय लेकर पहुंचे। मगर माहिरा दम तोड़ चुकी थी। भाविका को भर्ती कर लिया गया। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। हादसे के बाद माहिरा के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है।
दोनों बहनें कुंजगढ़ नदी में डूब गईं। इनमें से एक ने दम तोड़ दिया। वह कुछ ही दिन पहले दिल्ली से गांव आई थी। उसकी चचेरी बहन को गंभीर हालत में नागरिक चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। हादसे से स्वजनों में कोहराम मच गया। दरअसल ऊणी के ग्राम प्रधान जीवन बुधानी के अनुसार गांव के दो भाई महेंद्र सिंह बिष्ट व कमल सिंह बिष्ट दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं। चार दिन पहले कमल सिंह का परिवार धार्मिक अनुष्ठान के लिए गांव पहुंचा था।